प्यार के पल में जलन भी तो मधुर है।
जानता हूँ दूर है नगरी प्रिया की,
पर परीक्षा एक दिन होनी हिया िकी,
प्यार के पथ की थकन भी तो मधुर है;
प्यार के पल में जलन भी तो मधुर है।
आग ने मानी न बाधा शैल-वन की,
गल रही भुजपाश में दीवार तन की,
प्यार के दर पर दहन भी तो मधुर है;
प्यार के पल में जलन भी तो मधुर है।
साँस में उत्तप्त आँधी चल रही है,
किंतु मुझको आज मलयानिल यही है,
प्यार के शर की शरण भी तो मधुर है;
प्यार के पल में जलन भी तो मधुर है।
तृप्त क्या होगी उधर के रस कणों से,
खींच लो तुम प्राण ही इन चुंबनों से,
प्यार के क्षण में मरण भी तो मधुर है;
प्यार के पल में जलन भी तो मधुर है।
जानता हूँ दूर है नगरी प्रिया की,
पर परीक्षा एक दिन होनी हिया िकी,
प्यार के पथ की थकन भी तो मधुर है;
प्यार के पल में जलन भी तो मधुर है।
आग ने मानी न बाधा शैल-वन की,
गल रही भुजपाश में दीवार तन की,
प्यार के दर पर दहन भी तो मधुर है;
प्यार के पल में जलन भी तो मधुर है।
साँस में उत्तप्त आँधी चल रही है,
किंतु मुझको आज मलयानिल यही है,
प्यार के शर की शरण भी तो मधुर है;
प्यार के पल में जलन भी तो मधुर है।
तृप्त क्या होगी उधर के रस कणों से,
खींच लो तुम प्राण ही इन चुंबनों से,
प्यार के क्षण में मरण भी तो मधुर है;
प्यार के पल में जलन भी तो मधुर है।
अन्य
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- प्यार के पल में जलन भी तो मधुर है / हरिवंशराय बच्चन...Harivansh Rai Bachchan
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- बंगाल का काल / हरिवंशराय बच्चन / पृष्ठ १ --Harivansh Rai Bachchan
- बंगाल का काल / हरिवंशराय बच्चन / पृष्ठ २ -Harivansh Rai Bachchan
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- और यह मिट्टी है हैरान / हरिवंशराय बच्चन -Harivansh Rai Bachchan
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- पथभ्रष्ट / हरिवंशराय बच्चन -Harivansh Rai Bachchan
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- प्याला / हरिवंशराय बच्चन - Harivansh Rai Bachchan
- बुलबुल / हरिवंशराय बच्चन- Harivansh Rai Bachchan
- हाला / हरिवंशराय बच्चन - Harivansh Rai Bachchan
- इस पार उस पार / हरिवंशराय बच्चन -Harivansh Rai Bachchan
- पाँच पुकार / हरिवंशराय बच्चन - Harivansh Rai Bachchan
- मधुशाला / भाग १ / हरिवंशराय बच्चन- Madhushala_Harivansh Rai Bachchan
- मधुशाला / भाग २ / हरिवंशराय बच्चन - Madhushala_Harivansh Rai Bachchan
- मधुशाला / भाग ३ / हरिवंशराय बच्चन - Madhushala_Harivansh Rai Bachchan
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